ट्रंप की टीम पहुंची भारत, ट्रैरिफ पर घुटनों पर ट्रंप, आज होगी डील

भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर अटकी बातचीत फिर पटरी पर लौट रही है। अमेरिकी मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच भारत पहुंचे और आज होगी अहम वार्ता।

ट्रंप की टीम पहुंची भारत, ट्रैरिफ पर घुटनों पर ट्रंप, आज होगी डील
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US India Trade Deal: भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बात बनती हुई नजर आ रही है. कई मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच ये समझौता अटकी हुआ था, लेकिन अब बातचीत फिर से शुरू होने वाली है. रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बीते दिनों राहत भरी बात के कुछ दिन बाद ही डील के आगे बढ़ने के संकेत मिले हैं. इसके लिए अमेरिकी मुख्य वार्ताकार सोमवार देर रात भारत आ रहे हैं. बता दें कि पहले अमेरिकी टीम अगस्त में आने वाली थी, लेकिन टैरिफ के चलते बैठक रद्द हो गई थी.  


अमेरिका से ब्रेंडन लिंच आ रहे भारत!

डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच सोशल मीडिया पर हुई मीठी-मीठी बातों के बाद भारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर से आगे बढ़ती हुई नजर आने लगी है. पीटीआई की रिपोर्ट में वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया कि व्यापार समझौते के लिए भारत-अमेरिका वार्ता पटरी पर लौट रही है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच एक दिवसीय दौरे पर सोमवार (15 सितंबर)  की रात भारत पहुंच रहे हैं. वे दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि हैं और मंगलवार को अपने भारतीय समकक्ष, वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के साथ औपचारिक रूप से ट्रेड डील को लेकर बात करेंगे. 

बता दें कि भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए 5 दौर की बातचीत हो चुकी है और मंगलवार को छठे दौर की वार्ता होगी. भारत आ रहे ब्रेंडन लिंच 15 देशों के संबंध में अमेरिकी व्यापार नीति के विकास और कार्यान्वयन की देखरेख करते हैं, जिसमें अमेरिका-भारत व्यापार नीति मंच (टीपीएफ) का प्रबंधन भी शामिल है. 

टैरिफ के चलते अगस्त में टली थी बात  

इससे पहले भारत-अमेरिका ट्रेड डील में उलझे मुद्दों को सुलझाने के लिए अमेरिकी टीम का दौरा 25 से 29 अगस्त के बीच निर्धारित था, लेकिन रूसी तेल-हथियार की खरीद को लेकर अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए एक्स्ट्रा टैरिफ के बाद बढ़ी टेंशन के चलते इसे रद्द कर दिया गया था. बता दें कि अमेरिका ने भारत पर लागू टैरिफ को बढ़ाकर 50% कर दिया था और 27 अगस्त से लागू अतिरिक्त टैरिफ लगाने के पीछे कारण भारत की रूसी तेल खरीद को यूक्रेन युद्ध के वित्तपोषण में अहम रोल निभाना बताया था. 

टेंशन के बीच ट्रंप-मोदी में बात से राहत

बीते सप्ताह मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को एक बार फिर से अपना दोस्त बताते हुए सोशल मीडिया पोस्ट किया था. उन्होंने कहा था कि, 'मुझे पूरा विश्वास है वॉशिंगटन और दिल्ली के बीच चल रही व्यापार वार्ता का सफल परिणाम निकलेगा.' इसके साथ ही ट्रंप ने कहा था कि वे आने वाले हफ्तों में अपने बहुत अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पोस्ट के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक पोस्ट में कहा था कि, 'राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक मूल्यांकन की मैं गहराई से सराहना करता हूं. भारत और अमेरिका के बीच बहुत सकारात्मक और भविष्य की ओर देखने वाली व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है.'

कहां अटकी भारत-US ट्रेड डील? 

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बात फंसने के पीछे कारणों की बात करें, तो ट्रंप अमेरिकी सामानों के लिए भारतीय बाजार खोलने की मांग करते हुए कुछ वस्तुओं पर टैरिफ में रियायत की डिमांड कर रहे हैं. इनमें इडस्‍ट्र‍ियल प्रोडक्‍ट्स, इलेक्ट्रिक व्‍हीकल, पेट्रोकेमिकल्‍स, वाइन, डेयरी प्रोडक्‍ट्स, सेब, ट्री नट्स और आनुवंशिक तौर पर संशोधित फसलें शामिल हैं. लेकिन दूसरी ओर कृषि और डेयरी सेक्टर को लेकर भारत अपने रुख पर अड़ा हुआ है और किसी भी समझौते के पक्ष में नहीं है. बता दें कि अब तक भारत ने किसी भी मुक्‍त व्‍यापार समझौते में डेयरी प्रोडक्ट्स पर कोई टैरिफ छूट नहीं दी है और इसे समझौते से दूर रखा है.