पुत्र के कोमा में जाने से तनाव में थी मां,लगा दी फांसी 

डूंगरपुर जिले के सागवाडा में महिला ने पुत्र के कोमा में होने के तनाव में फांसी लगाकर जीवन समाप्त किया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा।

पुत्र के कोमा में जाने से तनाव में थी मां,लगा दी फांसी 
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डूंगरपुर जिले के सागवाडा शहर में स्थित महिपाल खेल मैदान में गुरुवार शाम को एक महिला का शव पेड से लटका मिला था। लोगों की सूचना पर सागवाडा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारकर मोर्चरी में रखवाया था। शव के जेब में उसके भतिजे के मोबाइल नंबर मिले थे। पुलिस ने शुक्रवार को उसके भतिजे को फोन करके घटना की जानकारी दी। उसके परिजनों ने बांसवाडा के दानपुर थाने के कोटडा गांव से आकर पहचान की। जिसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूर्ण कर शव परिजन को सुपुर्द किया। महिला के जवान बेटे का उदयपुर अस्पताल में ईलाज चल रहा था। वो कोमा में होने के कारण उसकी मां मानसिक तनाव में थी। सागवाडा पुलिस थाना के तहत महिपाल खेल मैदान में गुरुवार शाम को शव नीम के पेड से लटके मिलने की सूचना मिली थी। पुलिस के पहुंचने पर वहां पर लोगों की भीड थी। शव साडी के फंदे से नीम के पेड पर लटका हुआ था। पुलिस ने शव को नीचे उतारकर मोर्चरी में रखवाया था।  

जहां पर शुक्रवार को शव का पंचनाम बनाने समय महिला के जेब से एक मोबाइल नंबर मिला था। पुलिस ने मोबाइल नंबर पर फोन करके उसके भतिजे बालु मईडा को सूचना दी। जिसके बाद शुक्रवार शाम को महिला की शिनाख्त बांसवाडा जिले के दानपुर पुलिस थाने के कोटडा गांव के चंपादेवी पत्नी मोहनलाल मईडा के रुप में हुई। परिजनों ने रिपोर्ट में बताया कि मृतक महिला चंपादेवी का पुत्र पिछले पद्रह दिनों से बीमार चल रहा था। उसका उदयपुर के सरकारी अस्पताल में ईलाज चल रहा हैं। वो फिलहाल कोमा में होने के कारण चंपादेवी मानसिक तनाव में चल रही थी। गुरुवार को सुबह उदयपुर से अपने गांव बांसवाडा के कोटडा जाने के लिए निकली थी। इसी तनाव में उसने सागवाडा में आत्महत्या कर दी। परिवारजनों ने इसके पीछे कोई संदेह नही जताया है। पुलिस ने महिला के परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। वही पूरे मामले का अनुसंधान शुरू कर दिया।