AI संभालेगा ट्रैफिक सिग्नल, फायर बिग्रेड की आवाज पहचानेगा, आज से ट्रायल शुरू

उदयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब शहर के ट्रैफिक सिग्नल्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस किया जा रहा है। इस नई तकनीक के जरिए अब सिग्नल्स यह तय करेंगे कि किस लेन में गाड़ियों का दबाव ज्यादा है और उसी हिसाब से ग्रीन लाइट का समय बढ़ा या घटा दिया जाएगा।

AI संभालेगा ट्रैफिक सिग्नल, फायर बिग्रेड की आवाज पहचानेगा, आज से ट्रायल शुरू

उदयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब शहर के ट्रैफिक सिग्नल्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस किया जा रहा है। इस नई तकनीक के जरिए अब सिग्नल्स यह तय करेंगे कि किस लेन में गाड़ियों का दबाव ज्यादा है और उसी हिसाब से ग्रीन लाइट का समय बढ़ा या घटा दिया जाएगा। इस स्मार्ट सिस्टम का ट्रायल आज से शुरू किया जा रहा है।

AI आधारित यह ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम खास तौर पर उस समय मददगार होगा जब ट्रैफिक का दबाव अचानक बढ़ जाता है या किसी रास्ते पर जाम की स्थिति बनती है। सिस्टम रियल टाइम कैमरा फीड और सेंसर्स की मदद से हर लेन का ट्रैफिक आंकलन करेगा और उसी आधार पर सिग्नल बदलेगा।

एमरजेंसी वाहनों को मिलेगी प्राथमिकता
इस सिस्टम की एक और खासियत यह है कि यह एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस वाहनों की सायरन आवाज को पहचानकर उन्हें रास्ता देगा। जैसे ही सिस्टम को एमरजेंसी वाहन की आवाज का इनपुट मिलेगा, संबंधित दिशा का सिग्नल तुरंत ग्रीन हो जाएगा, जिससे कीमती समय की बचत हो सके।

पहले चरण में 4 चौराहों पर ट्रायल
शुरुआत में इस तकनीक का ट्रायल शहर के 4 प्रमुख चौराहों पर किया जा रहा है। यदि ट्रायल सफल रहता है, तो इसे शहर के अन्य सिग्नल्स पर भी लागू किया जाएगा।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने बताया कि AI आधारित ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम से ट्रैफिक की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा। यह सिस्टम 24x7 काम करेगा और किसी मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होगी।

क्या बदलेगा?

  • ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी
  • ईंधन और समय की बचत
  • एमरजेंसी सेवाओं की रफ्तार बढ़ेगी
  • आम नागरिकों को मिलेगा बेहतर सफर अनुभव