15 फरवरी को कांजीपुरम जाएगी भारत दर्शन ट्रेन
रीवा | इंडियन रेलवे केटरिंग व टूरिज्म कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा यात्रियों को देश के सुप्रसिद्ध स्थानों एवं क्षेत्र के मंदिर का दर्शन कराने के उद्देश्य को लेकर रीवा से दक्षिण भारत दर्शन पर्यटक ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। जिसके रिजर्वेशन के लिए आईआरसीटीसी की साइट पर संपर्क करना होगा। यह ट्रेन रीवा से 15 फरवरी की सुबह 11 बजे कांजीपुरम के लिए रवाना की जाएगी। इस दौरान यात्री अलग-अलग स्थानों से बोर्डिंग कर सकेंगे। गौरतलब है कि उक्त ट्रेन के माध्यम से व्हाइट टाइगर को न केवल प्रमोशन दिया जाना है बल्कि देश भर के पर्यटकों को यहां लाने के लिए एक माहौल बनाने का प्रयास भी शामिल है।
इन स्थानों का यात्री करेंगे भ्रमण
ऐसे यात्री जो गाइड एवं गु्रप न मिल पाने की वजह से चाहकर भी भारत के ऐतिहासिक व धार्मिक क्षेत्रों का भ्रमण नहीं कर पाते हैं उनके लिए इस तरह की सुविधा दी जा रही है। विशेष भारत दर्शक पर्यटक ट्रेन रीवा से सतना के बाद मैहर, कटनी, जबलपुर, पिपरिया, इटारसी, बैतूल से होते हुए नागपुर पहुंचेगी। साथ ही इस दौरान यात्रियों को तिरुपति, श्रीकालाहस्ती, कांजीपुरम, महाबली पुरम के मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा। इस संबंध में प्रबंधक बहादुर सिंह कौशल एवं मोसिस बेंजामिन से मिली जानकारी के अनुसार भारत दर्शन पर्यटक ट्रेन से दक्षिण भारत की यात्रा करने वाले यात्री को 6 हजार 815 रुपए का खर्च उठाना पड़ेगा। जिसमें यात्रा के दौरान धर्मशाला, डोर मेट्री, भोजन, बस के माध्यम से स्थानीय भ्रमण, सुरक्षा गार्ड इत्यादि की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
पश्चिम-मध्य रेलवे के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार 15 फरवरी की सुबह 11 बजे रीवा से रवाना होने वाली दक्षिण भारत दर्शन पर्यटक ट्रेन में 12 स्लीपर कोच होंगे। साथ ही रीवा के अलावा सतना, मैहर, कटनी, जबलपुर, पिपरिया, इटारसी, बैतूल व नागपुर से इच्छुक बोर्डिंग कर सकेंगे। यह ट्रेन 21 फरवरी को रीवा वापस होगी। गौरतलब है कि एक वर्ष पूर्व भी रीवा से तिरुपति के लिए विशेष ट्रेन चलाई जा चुकी है। जिससे पर्याप्त राजस्व की आय रेलवे को हुई थी।