राजस्थान में लगेगा 3200 मेगावाट का नया थर्मल पावर प्लांट, मिलेगी 15 हजार को नौकरी

राजस्थान में लगेगा 3200 मेगावाट का नया थर्मल पावर प्लांट, मिलेगी 15 हजार को नौकरी

प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य ऊर्जा विकास निगम ने 3200 मेगावाट क्षमता का नया थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रोजेक्ट राज्य में ही स्थापित होने से राजस्थान को आर्थिक, औद्योगिक और रोजगार के स्तर पर बड़ा लाभ होगा। खास बात यह है कि, छत्तीसगढ़ की बजाय अब राजस्थान में ही प्लांट लगने से इंटरस्टेट ट्रांसमिशन लागत में प्रति यूनिट करीब 18 पैसे की बचत हो सकेगी।

आकलन के अनुसार प्रोजेक्ट की लागत 32000 से 38400 करोड़ रुपए के बीच होगी। इससे राज्य को 2880 से 3456 करोड़ रुपए का एसजीएसटी (राज्य वस्तु एवं सेवा कर) मिलेगा। संचालन के दौरान भी हर वर्ष करीब 173 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व कोयले, रखरखाव व अन्य उत्पाद पर टैक्स के रूप में मिलेगा। राज्य ऊर्जा विकास निगम इसके टेंडर जारी कर चुका है।

 ऊर्जा उत्पादन में बढ़ोतरी

इस थर्मल पावर प्लांट के निर्माण से राजस्थान की औद्योगिक और घरेलू बिजली आपूर्ति को नई ताकत मिलेगी। अनुमान है कि इससे प्रति यूनिट 18 पैसे की बिजली लागत में कमी आएगी, जिससे सरकार और उपभोक्ताओं दोनों को आर्थिक लाभ होगा।

 15 हजार लोगों को रोजगार

प्रोजेक्ट से राज्य में 10 हजार से 15 हजार लोगों को सीधा रोजगार मिलने की संभावना है। इसके अलावा परिवहन, होटल-रेस्टोरेंट, निर्माण उपकरण, श्रमिक आपूर्ति और हॉर्टिकल्चर जैसे सहायक उद्योगों को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।

 प्रोजेक्ट से जुड़ी प्रमुख बातें

 3200 मेगावाट की उत्पादन क्षमता वाला पावर प्लांट

15,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार

बिजली उत्पादन लागत में 18 पैसे प्रति यूनिट की बचत

 राज्य के औद्योगिक और घरेलू उपभोक्ताओं को राहत

ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास की दिशा में अहम कदम

 

राज्य सरकार का कहना है कि यह प्रोजेक्ट राजस्थान को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम कड़ी साबित होगा। इससे राज्य की बिजली खरीद पर होने वाला खर्च भी घटेगा और निवेशकों के लिए माहौल और बेहतर बनेगा।