स्टेशन में अब महामारी फैलने का खतरा, 6 दिनों से पड़ी गंदगी
सतना | सतना जंक्शन में अब महामारी फैलने का खतरा बनता नजर आ रहा है। रेलवे स्टेशन में 24 घंटे चलने वाली साफ सफाई व्यवस्था पिछले 6 दिनों से बेपटरी है। मंगलवार को 8 सफाई कर्मचारी ही आए लेकिन कुछ ही घंटो में वे एक बार फिर भाग खड़े हुए। रेलवे अधिकारियों के अनुसार सुबह साढें 8 बजे 9 सफाई कर्मचारी और एक सुपरवाइजर काम पर आया। प्लेटफार्म एक, सरर्कुलेटिंग एरिया और चुनिंदा जगहों पर ही सफाई हुई ही थी कि दोपहर डेढ बजे प्राइवेट सफाई कर्मचारी सामान छोड़कर भाग खड़े हुए। फिर से काम बंद होने से रेलवे अधिकारियों की जहां टेंशन बढ गई वहीं यात्री कोरोना संक्रमण काल में फिर भगवान भरोसे गंदगी के बीच हो गए।
तो क्या है पर्दे के पीछे की कहानी
बताया गया कि रेलवे ने सफाई का ठेका श्री सांई फेसिलिटी अम्बाला की फर्म को दिया है। अभी तक चले ठेके में यह दूसरी बार है जब प्राइवेट सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर रखा है। सफाई कर्मचारियों के यूं अचानक काम पर छोड़कर चले जाने के पीछे कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। दबी जुबान चर्चाएं हैं कि प्राइवेट सफाई कर्मचारियों को कोई बाहरी व्यक्ति धमका रहा है और वो डर के मारे काम छोड़कर भाग रहे हैं। हालांकि कर्मचारियों की समस्या व सुरक्षा की जिम्मेदारी ठेकेदार की बताई जाती है लेकिन अभी तक लिखित में किसी तरह की शिकायतें सामने नहीं आई हैं। वहीं मंडल के वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि अगर कोई रेलवे कार्य में बाधा डालता है तो उस पर रेल अधिनियम के तहत सजा व जुर्माने का प्रावधान है।
नहीं आया ठेकेदार
जिस फर्म को ठेका दिया गया है उस फर्म के कांट्रेक्टर ने अभी तक एक बार भी अपनी आमद दर्ज नहीं कराई है। एक सुपरवाइजर को रखा गया है जो पिछले में भी था। पिछले 6 दिनों से सफाई न होने के चलते ठेका कम्पनी पर लगभग 50 हजार से ज्यादा की पेनाल्टी लगाने की बात सामने आ रही है।
यात्रियों को हो रही असुविधा
स्टेशन में गंदगी का अम्बार इस कदर हो गया है कि यात्री अब ट्रेन के ठीक समय पर ही पहुंचते हैं। गंदगी के मारे यात्रियों का बुरा हाल है, रेल ट्रैक पर जहां बजबजाती गंदगी पड़ी है वहीं प्लेटफार्म 2 व 3 गंदा पड़ा है। जनरल और अपर क्लास में कोई बैठना भी पसंद नहीं कर रहा। कोरोना काल में जहां सरकार संक्रमण से बचाव के लिए सफाई पर विशेष ध्यान दे रही है वहीं सतना जंक्शन में आने- जाने वाले यात्रियों के लिए संक्रमण का खतरा ऐसे में बना हुआ है।