गेहूं उपार्जन: रीवा और शहडोल संभाग में नान करेगा खरीदी
सतना | पिछले एक दशक से गेहूं उपार्जन का काम करता आ रहा मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ इस बार रीवा और शहडोल संभाग के सात जिलों में खरीदी नहीं करेगा। हर साल प्रदेश के 10 संभागों में से 5 संभागों के 30 से अधिक जिलों में खरीदी की जिम्मेदारी निभाते आ रहे संघ ने रीवा और शहडोल ही नहीं उज्जैन संभाग से भी अलग हो गया है। अब वह सिर्फ जबलपुर और इंदौर संभाग के जिलों में ही उपार्जन का काम करेगा। मार्कफेड की ना के बाद प्रदेश के 8 संभागों में खरीदी का भार नागरिक आपूर्ति निगम के कंधों पर ही आ गया है। मालूम हो कि गेहूं उपार्जन की तैयारियां जोरों पर हैं और 25 फरवरी तक किसानों के पंजीयन के बाद 25 मार्च से गेहूं खरीदी का काम भी शुरू होने वाला है।
अब गेहूं खरीदी की यह होगी तस्वीर
मध्यप्रदेश खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण निभाग द्वारा गुरुवार को इस आशय के आदेश जारी किये गये हैं जिसमें प्रदेश के 10 संभागों में गेहूं उपार्जन के लिये मप्र. राज्य नागरिक आपूर्ति निगम और मध्य प्रदेश राज्य विपणन संघ के बीच संभागों का विभाजन किया गया है। सभी कलेक्टर और कमिश्नरों को भेजे गये पत्र में बताया गया है कि रबी विपणन वर्ष 2021-22 में मप्र राज्य विपणन संघ जबलपुर तथा इंदौर संभागों में गेहूं की उपार्जन एजेंसी होगा। शेष 8 संभागों भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, चंम्बल, रीवा, शहडोल सागर तथा नर्मदापुरम संभाग के जिलों में स्वयं नान द्वारा खरीदी की जाएगी।
यहां यह उल्लेखनीय है कि पूरे प्रदेश में नान द्वारा ही गेहूं तथा धान सहित अन्य दलहनी-तिलहनी फसलों का उपार्जन किया जाता रहा है। लेकिन काम की अधिकता के चलते जिला स्तर पर उसके द्वारा मार्कफेड या अन्य संस्थाओं को खरीदी एजेंसी की जिम्मेदारी दी जाती रही है। रीवा और शहडोल सहित इंदौर जबलपुर तथा उज्जैन संभाग के 30 जिलों में मार्कफेड पिछले 10 सालों से गेहूं उपार्जन का काम करता आ रहा है। इसके बदले उसे नान से गेहूं की उपार्जन दर का प्रति क्विंटल 1 प्रतिशत कमीशन मिलता था। इस बार मार्कफेड ने गेहूं खरीदी से तौबा क्यों कि इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
निजी केंद्रों में भी होगी गेहूं की खरीद
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान संगठनों के आंदोलन के बीच मध्य प्रदेश सरकार निजी खरीदी केन्द्रों में भी गेहूं उपार्जन की तैयारी में है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश स्तर पर 4,529 उपार्जन केंद्रों पर राज्य नागरिक आपूर्ति निगम और राज्य विपणन सहकारी संघ खरीद करेंगे तो निजी क्षेत्र को भी क्रय केंद्र खोलने की अनुमति दी जाएगी। पता चला है कि आइटीसी कंपनी सहित कुछ व्यापारी क्रय केंद्र खोलने की तैयारी में हैं। इसके लिए उन्हें मंडी बोर्ड से लायसेंस लेना होगा। सूत्रों का कहना है कि इस बार गेहूं 1,975 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जाएगा।
इस बार गेहूं उपार्जन का कार्य रीवा और शहडोल संभाग के सात जिलों में मार्कफेड द्वारा नहीं किया जाएगा। बल्कि नान स्वयं ही खरीदी करेगा। गुरुवार को इस आशय के निर्देश भी वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त हो गये हैं।
नेहा पीयूष तिवारी, मंडल प्रबंधक रीवा-शहडोल संभाग