मोबाइल लैब में उपभोक्ता करा सकेंगे मिलावट की जांच
सतना | मिलावट से मुक्ति अभियान में सतना को एक और उपलब्धि मिली है। सतना को मिलावटी ,खाद्य पदार्थों की जांच के लिए मोबाइल फूड सेफ्टी लैब की सौगात मिली है। जिसमें उपभोक्ता अपने किसी भी खाद्य पदार्थ के गुणवत्ता की जांच करा सकेगा। हालाकि इस जांच के लिए उसे खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा तय की गई राशि का भुगतान करना होगा। मोबाइल फूड सेफ्टी लैब सतना के सीएमएचओ दफ्तर पहुंच गई है और बुधवार से इसे मार्केट में खड़े करके खाद्य पदार्थों की जांच कराई जाएगी। मोबाइल वैन में तकनीकी अमले के साथ एफएसओ की टीम भी मौजूद होगी।
एफएसएसएआई की मोबाइल फूड सेफ्टी लैब में उपभोक्ता अपने घर का या किसी भी दुकान से खरीदे गए खाद्य पदार्थ जिसकी गुण्वत्ता में संदेह हो उसकी जांच करा सकता है। इसके लिए जांच कराने वाले उपभोक्ता को दस रुपए का शुल्क अदा करना होगा। इसके अलावा खाद्य सुरक्षा अधिकारी बाजार से जो दूध-दही-पनीर व अन्य सामान का सेंपल लेंगे उसकी जांच भी कर सकते हैं। मोबाइल फूड सेफ्टी लैब में सुविधाये है कि जांच रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना होगा और मौके पर ही इसकी रिपोर्ट उपभोक्ता को दी जाएगी।
जानकार बताते हैं कि ग्राहक यदि किसी भी मिठाई की दुकान से मीठा या मावा का बना हो चाहे रोजाना लेने वाले दूध की जांच कराना चाहे तो करा सकता है। जांच के दौरान यदि खाद्य पदार्थ अमानक पाया गया और गुणवत्ता सही नहीं है तो उसके खिलाफ एफएसओ की टीम कार्रवाई करेगी। रिपोर्ट यदि सेहत के लिए हानिकारक हुई और असुरक्षित पाई जाती है उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है। सामान्य कमियां मिलने पर भी दुकानदार को नोटिस जारी किया जाएगा और उसके दुकान से अन्य खाद्य सामग्री का नमूना लेकर राज्य प्रयोगशाला में भी भेजा जा सकता है।
खाद्य सुुरक्षा अधिकारियों के अनुसार मिलावट के खिलाफ चल रहे सरकार के अभियान में आम ग्राहक भी सहभागी बन सकते हैं और जहां भी मिलावट की आसंका हो उसकी जांच कराएं। मिलावटी सामान खाकर सेहत से खिलवाड़ न करें और जिस खाद्य पदार्थ को खाने जा रहे हैं उसमें संदेह है तो जांच कराना ही बेहतर होगा। मिलावट करने वालों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।