अब प्रदेश कार्यसमिति के लिए सिफारिश, पिछले कार्यकाल में थे सतना से 23 लोग

सतना | भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा के बाद अब प्रदेश कार्यसमिति पर सभी की निगाहें टिक गई हैं। प्रदेश कार्यसमिति के लिए दावेदारी कर रहे पार्टी नेताओं ने जोर- जुगाड़ के साथ सिफारिशें लगवानी भी शुरू कर दी हैं। गौरतलब है कि हाल ही में घोषित किए गए प्रदेश पदाधिकारियों ने सतना से योगेश ताम्रकार, रीवा से राजेन्द्र पांडेय और सिंगरौली से कांतिदेव सिंह को पदाधिकारी बनाया गया है जबकि इससे पहले पार्टी ने चुरहट से विधायक शरदेन्दु तिवारी को महामंत्री बनाया था। पदाधिकारियों के नामों की घोषणा के बाद अब प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के नामों की घोषणा की जानी है। इसके लिए जिले से दावेदार नेताओं के नाम लिए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सतना से पिछली बार भाजपा की प्रदेश टीम में 23 लोग शामिल थे जिसमें से प्रदेश कार्यसमिति, विशेष आमंत्रित सदस्य और स्थाई आमंत्रित सदस्य शामिल हैं। 

सतीश बने प्रभारी 
इस बीच भाजपा ने नगरीय निकाय चुनाव के लिए पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सतीश शर्मा को प्रभारी बनाया है। इनके नेतृत्व में पार्टी नए मतदाताओं का नाम जुड़वाने और ऐसे मतदाता जो अब वार्डो में नहीं रहते या दुनिया छोड़कर जा चुके हैं उन सबके नाम कटवाने का काम चलेगा। 

छोटा होगा आकार 
हाल ही में भाजपा की प्रदेश टीम में पदाधिकारी बनाए गए एक नेता के दावों पर यदि विश्वास करें तो इस बार भाजपा प्रदेश कार्यसमिति का आकार छोटा होगा, चाहे वह प्रदेश कार्यसमिति, विशेष आमंत्रित या फिर स्थाई सदस्य हों। इसके पीछे पार्टी का मानना है कि प्रदेश कार्यसमिति में लम्बी- चौड़ी फौज रखने के  बजाय उन लोगों को स्थान दिया जाए जो लगातार सक्रिय रहे। सिर्फ गाड़ियों व नेम प्लेट में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य लिखवाने तक सीमित न रहें। 

‘ख्याल रखब, हमहूं हैन दावेदार’
प्रदेश कार्यसमिति के सदस्यों के नामों की घोषणा को लेकर कयासों के दौर शुरू हो गए हैं। इस बीच प्रदेश कार्यसमिति में स्थान पाने की चाहत रखने वाले नेताओं ने इसके लिए लाबिंग भी शुरू कर दी है। कोई प्रदेश अध्यक्ष की ड्योढ़ी पर माथा टेक रहा है तो कोई संभागीय संगठन मंत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष के सामने हाजिरी लगा रहा है। प्रदेश कार्यसमिति में स्थान पाने की चाहत रखने वाले नेताओं के लहजे में लचकपन देखा जा रहा है। ऐसे नेता जो प्रदेश कार्यसमिति में स्थान पाना चाहते हैं उनके श्रीमुख से हमारौ ख्याल रखब, हमहूं दावेदार हयन, एक बार मौका देवाई। जैसे शब्द अक्सर सुनने में आ रहे हैं।