दोनों दल निकाय चुनाव के लिए ढूंढ रहे दमदार प्रत्याशी
भोपाल | प्रदेश में इन दिनों दोनो ही प्रमुख दलों भाजपा व कांग्रेस में संगठन की मजबूती को लेकर कवायद चल रही है। भले ही प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन भाजपा व कांग्रेस में चुनावी तैयारियों के तहत प्रत्याशियों की तलाश के साथ ही चुनाव संचालन समितियों के गठन की कवायद भी तेज कर दी गई है। भाजपा का उज्जैन में होने वाले दो दिवसीय प्रशिक्षण में सभी विधायक और मंत्री एक ही होटल में रुकेंगे।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी मंत्री, विधायकों को एक साथ रोककर पार्टी उनके बीच समन्वय और संवाद के अधिकतम मौके उपलब्ध करवाना चाहती है। इन चुनावों के लिए जहां भाजपा द्वारा हर जिले में को-आर्डिनेटर व नगरीय निकाय चुनाव प्रभारी बनाने का फैसला कर लिया गया है, वहीं कांग्रेस भी कुछ इसी तरह की समितियां बनाने जा रही है। भाजपा द्वारा को-आर्डिनेटर व नगरीय निकाय चुनाव प्रभारी के नामों को तय करने के लिए बैठकों का दौर शुरू कर दिया गया है।
इनकी रिपोर्ट प्रत्याशी चयन से लेकर चुनावी फैसलों में महत्वपूर्ण होगी। इन नामों का चयन करने के लिए हाल ही में भाजपा की प्रदेश स्तर पर बनाई गई निकाय चुनाव संचालन समिति के सदस्य जिलों का दौरा कर चुके हैं। इन चुनावों की तैयारियों को लेकर प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा अब जिलों में प्रवास पर निकलने वाले हैं। इस दौरान उनके द्वारा बूथ अध्यक्षों की बैठकें भी ली जाएंगी। खास बात यह है कि चुनावी तैयारियों को लेकर भाजपा चुनाव संचालन समिति के सदस्यों द्वारा निकायों की रिपोर्ट बनाई गई है। इसमें दावेदारों की जानकारी तो ली ही गई है।
नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों को अंतिम रुप देने से पहले पार्टी में एक राय बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यही वजह है कि एआईसीसी के सचिव सुधांशु त्रिपाठी के भोपाल, विदिशा और रायसेन जिलों के दौरे कर रहे हैं। वे भोपाल सहित अन्य नगर निगमों के अलावा नगरपालिका अध्यक्षों के लिए एक नाम तय करने के लिए रायशुमारी के काम में लगे हुए हैं। दरअसल कांग्रेस भी इन चुनावों में पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में है। दरअसल कांग्रेस इन चुनावों में अपनी ताकत दिखाने के लिए अन्य सहयोगी संगठनों की भी मदद लेने जा रही है।
भाजपा में अब निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों की निकायवार नामों की भी सूची तैयार कराई जा रही है। इन नामों में से ही जिला स्तर पर टीम में को-आर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी जाएगी, जिनकी चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। इसके लिए जिलों में गए संचालन समिति के सदस्यों ने सक्रिय कार्यकतार्ओं के नाम तय कर लिए हैं। इसके साथ ही इन्हीं नामों में से प्रभारी भी नियुक्त किए जाएंगे।