किसान मित्र नियुक्ति में ग्राम सभा के प्रस्ताव बने बाधा

सतना। सतना जिले में दो गावों के बीच नियुक्त होने वाले किसान मित्रों के ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मंगाने की बाध्यता किसान मित्र बनने वाले पात्र हितग्राहियों के लिये परेशानी का सबब बन गई है। हालत यह है कि ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव अपने चहेतों को काम पर लगाने के लिये अन्य ग्रामीणों के प्रस्ताव शालि करने में आना-कानी कर रहे हैं। इस तरह की शिकायतें लगातार तो आ ही रही हैं कुछ स्थानों पर तो सरपंचों ने अपने पुत्र या पत्नी के प्रस्ताव ही भेज दिये हैं।

बढ़ा मानदेय कर रहा आकर्षित
सतना जिले में दो आबाद गावों के बीच 888 कृषक मित्रों की नियुक्ति होनी है। इस बार उम्र 40 के पार होने की वाध्यता के चलते वैसे ही अधिकांश पुराने किसान मित्रों के भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है। पर नये लोगों में जिस तरह का उत्साह दिख रहा है यह आश्चर्यजनक है। इसका कारण इस बार मानदेय पुराने पांच सौ रुपये महीने से बढ़कर एक हजार रुपये महीना हो जाना माना जा रहा है। यही कारण है कि 40 पार के अधिकांश घर बैठे किसानों को बिना मेहनत हजार रुपये पाने का यह सुनहरा मौका लग रहा है और सभी किसी न किसी तरह अपना नाम जुड़वाने के लिये प्रयासरत हैं। सूत्रों का कहना है कि अभी तक सरकारी तौर पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने की घोषणा नहीं की गई। बस यह बात सामने आई थी कि 26 जनवरी की ग्राम सभा में एजेण्डा शामिल कराकर पात्रों के प्रस्ताव ब्लाक के बीटीएम के पास भेजना है। 26 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री के सतना में होने के चलते अधिकांश ग्राम पंचायतों में ग्राम सभाएं नहीं हुईं पर सरपंच और सचिवों ने प्रस्ताव तैयार करवाकर भेज दिये हैं। इसमें भी काफी तरह की अनियमितताएं की गई हैं।

मनमानी की शिकायतें आम
ग्राम सभाएं भले न हुई हों पर पंचायतों के प्रस्ताव लगातार संबंधित कार्यालय तक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा कई लोग इस तरह की शिकायतें भी कर रहे हैं कि उनके आवेदनों पर सरपंच और सचिवों द्वारा न तो पावती दी गई और न ही प्रस्ताव में उनका नाम शामिल किया गया। पता तो यहां तक चला है कि सितपुरा समीपी एक पंचायत में सरपंच ने अपनी पत्नी का प्रस्ताव ही भेज दिया। जबकि उचेहरा ब्लाक की कई पंचायतों में सरंपच और सचिव के खिलाफ ग्राम सभा न करने की शिकायतें प्रस्ताव मिल रही हैं। इनके द्वारा मनमाने तरीके से बिना ग्राम सभा के ही अपने चहेतों के प्रस्ताव भेज दिये गये हैं। 

जिले में 888 कृषक मित्रों की नियुक्ति की जानी है। 26 जनवरी को ग्राम सभा में इसका एजेण्डा शामिल कराया गया था। आवेदनों में पंचायतों का प्रस्ताव शामिल होना आवश्यक है। जल्द ही ब्लाक स्तर पर सूची बनने की प्रक्रिया शुरू होगी। 
डॉ. अनिल मिश्रा, सहायक परियोजना संचालक आत्मा