7 साल की बच्ची से रेप का मामला, गहलोत ने सरकार को घेरा, बोले- स्कूल जैसी जगह भी बच्चियां सुरक्षित नहीं
राजस्थान की राजधानी में 7 साल की मासूम बच्ची के साथ स्कूल परिसर में दुष्कर्म की वारदात ने प्रदेश को दहला दिया है। एक ऐसी जगह, जिसे बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है, वहां इस तरह की घटना ने समाज और शासन व्यवस्था दोनों को झकझोर कर रख दिया है।

राजस्थान की राजधानी में 7 साल की मासूम बच्ची के साथ स्कूल परिसर में दुष्कर्म की वारदात ने प्रदेश को दहला दिया है। एक ऐसी जगह, जिसे बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है, वहां इस तरह की घटना ने समाज और शासन व्यवस्था दोनों को झकझोर कर रख दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस जघन्य अपराध को लेकर राज्य सरकार पर सीधा हमला बोला है और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं।
गहलोत की तीखी प्रतिक्रिया
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सरकार को घेरते हुए उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'X' पर लिखा, "जयपुर के एक स्कूल में सात साल की बच्ची से बलात्कार की घटना प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति बताने के लिए काफी है। जब राजधानी में स्कूल जैसी जगह में भी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं, तो कहां सुरक्षित रहेंगी? यह प्रदेश में कानून के खत्म होते इकबाल का नमूना है। भाजपा सरकार बच्चियों एवं महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण देने में असफल रही है।"
प्रशासन पर उठे सवाल
जानकारी के मुताबिक, यह शर्मनाक घटना स्कूल परिसर के अंदर हुई, जहां बच्ची रोज पढ़ने जाती थी। घटना के सामने आने के बाद अभिभावकों में भारी आक्रोश है। लोग पूछ रहे हैं कि अगर स्कूलों में भी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं, तो सरकार की व्यवस्था पर कैसे भरोसा किया जाए?
सख्त कार्रवाई की मांग
गहलोत ने आरोपियों को जल्द पकड़ने और त्वरित न्याय की मांग करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा। उन्होंने राज्य सरकार से पूछा कि "क्या स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस नीति है?" उन्होंने यह भी कहा कि महिला सुरक्षा और बाल अपराधों पर सरकार को ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए।