राजस्थान में सरकारी स्कूलों में मनेगी दीपावली, देशी लाईटिंग पर रहेगा जोर

राजस्थान सरकार ने इस वर्ष एक नया और सराहनीय कदम उठाते हुए राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में दीपावली उत्सव को पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

राजस्थान में सरकारी स्कूलों में मनेगी दीपावली, देशी लाईटिंग पर रहेगा जोर

राजस्थान सरकार ने इस वर्ष एक नया और सराहनीय कदम उठाते हुए राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में दीपावली उत्सव को पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार दीपावली के पर्व को विशेष रूप से विद्यालयों में मनाया जाएगा, ताकि बच्चों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों के प्रति जागरूकता और जुड़ाव बढ़े।

मंत्री दिलावर ने कहा, "सरकारी स्कूलों में दीपावली पर्व मनाने का उद्देश्य बच्चों को भारतीय परंपराओं से परिचित कराना है। इसके साथ ही विद्यालयों को सजाने हेतु लाईटिंग की व्यवस्था पूर्णत: देशी उत्पादों से की जाएगी। विदेशी सजावटी सामान और लाइटिंग से परहेज़ किया जाएगा, जिससे स्थानीय कारीगरों और उत्पादों को बढ़ावा मिल सके।"

स्कूलों को दिए गए दिशा-निर्देश

  • दीपावली से पूर्व स्कूलों में साफ-सफाई और सजावट की व्यवस्था की जाएगी।
  • छात्र-छात्राएं रंगोली, दीप सजावट, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और नाट्य प्रस्तुति जैसे आयोजनों में भाग लेंगे।
  • विद्यालयों में उपयोग होने वाली सभी लाइटिंग और सजावटी सामान स्थानीय/देशी उत्पादों से होंगे।
  • छात्रों को स्वदेशी उत्पादों के उपयोग और उनके लाभों पर जागरूक किया जाएगा।

वोकल फॉर लोकल’ को मिलेगा प्रोत्साहन

यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे न केवल स्थानीय शिल्पकारों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि छात्रों को भी आत्मनिर्भर भारत के विचार से जोड़ने का अवसर मिलेगा।

राजस्थान सरकार का यह कदम शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में देखा जा रहा है।