प्रदेश की शालाओं और महाविद्यालयों में एनसीसी का विस्तार किया जाएगा: CM

भोपाल | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नेशनल कैडेट कोर युवा वर्ग में देश भक्ति, संस्कार, मेहनत, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, लक्ष्य के प्रति समर्पण और अनुशासन विकसित करने का सशक्त माध्यम है। इसका विस्तार प्रदेश की अधिक से अधिक शालाओं और महाविद्यालयों में किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि युवा वर्ग में फैलती ड्रग्स की आदत युवा पीढ़ी को खोखला कर रही है। नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) को अपनी गतिविधियों में नशा मुक्ति अभियान को भी सम्मिलित करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री  चौहान गुरूवार को निवास पर, गणतंत्र दिवस समारोह नई दिल्ली में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले एनसीसी कैडेट्स व एनएसएस के छात्रों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। 

मुख्यमंत्री चौहान ने एनसीसी और एनएसस के छात्रों द्वारा कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर किए गए सेवा कार्यों की सराहना की। मुख्यमंत्री चौहान ने रीवा के एनसीसी सीनियर अंडर आॅफिसर योगेश चतुवेर्दी को गणतंत्र दिवस परेड में बेस्ट कैडेट आॅफ ईयर चयनित होने पर बधाई दी तथा मैडल व दस हजार रूपए का चैक पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया। 

प्रदेश के 1 लाख 14 हजार युवा शामिल हैं एनसीसी में
एनसीसी के मेजर जनरल संजय शर्मा ने बताया कि दिल्ली में प्रति वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड का कांटिंगजेंट लगभग एक महीने तक शिविर में विभिन्न प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेकर उपलब्धियां अर्जित करता है। इस गरिमापूर्ण रिपब्लिक डे-कैम्प में सम्मिलित हुए मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कैडेट्स का यहां सम्मान किया गया। शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश के 52 और छत्तीसगढ़ के 28 जिलों में एनसीसी की गतिविधियां संचालित हैं। मध्यप्रदेश के 400 स्कूल तथा 900 कॉलेज में 1 लाख 14 हजार युवा एनसीसी में भाग ले रहे हैं, जिनमें 30 प्रतिशत बालिकाएं हैं। इसी प्रकार मध्यप्रदेश में एनएसएस के 1 लाख 50 हजार विद्यार्थी बेटी बचाओ, रक्तदान, ग्रामीण विकास, स्वच्छता तथा अन्य जन-कल्याणकारी गतिविधियों में सक्रिय हैं। 

मानसी तीर्थानी तथा मेहरान जाफरी सम्मानित
मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड में सम्मिलित 34 एनसीसी कैडेट्स और राष्ट्रपति द्वारा एनएसएस पुरस्कार 2018-19 से सम्मानित भोपाल की मानसी तीथार्नी तथा मेहरान जाफरी सहित एनएसएस के 14 प्रतिभागियों को सम्मानित किया। छात्र-छात्राओं को स्वामी विवेकानन्द के वाक्य 'उठो-जागो और जब-तक लक्ष्य प्राप्त न हो, तब-तक प्रयत्नशील रहो' को अपने जीवन में चरित्रार्थ करने का आव्हान किया।